जिले के भारुडपूरा स्थित डैम के डाउनस्ट्रीम में खरगोन जिले के 6 गांवों में प्रशासन दिन रात व्यवस्था जुटाने में लगा है। कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम शुक्रवार सुबह से महेश्वर तहसील के प्रभावित क्षेत्रों में कैम्प किये हुए हैं। यहां कलेक्टर श्री कुमार हर व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए जल संसाधन विभाग के अलावा राजस्व, जनपद, खाद्य, स्वास्थ्य, पंचायत और एनडीआरएफ के साथ समन्वय बनाकर गांवो के हर हिस्से में राहत पहुँचाने के कार्य करा रहे है।

महेश्वर के आसमान से हेलीकाफ्टर ने रखी नजर

शनिवार को भी गांवों में राहत कार्य लगातार किये जाते रहे। वही महेश्वर तहसील के प्रभावित गांवो में आसमान से भी नजरें रखी गई। दिन भर डैम के डाउनस्ट्रीम में सेना का हेलीकाफ्टर नजरें गड़ाए रहा। प्रभावित क्षेत्र के सबसे बड़े गांव जलकोटा के प्रभारी अधिकारी डिप्टी कलेक्टर श्री ओएन सिंह ने भोजन की व्यवस्था जैसे कार्याे में जुटे है। डीसी श्री सिंह जलकोटा के राहत शिविर में परोसगारी भी की।
प्राकृतिक आपदा में प्रशासन के कार्य

जलकोटा के युवा आकाश पटेल ने बताया कि अब तक हमारे गांव ने ऐसी आपदा नहीं देखी। लेकिन डैम में रिसाव के बाद जो स्थितियां सामने आई है। उससे लोग डरे हुए जरूर हैं लेकिन प्रशासन द्वारा बनाये गए राहत शिविरों तक पहुँचाने के लिए परिवहन व्यवस्था के अलावा भोजन और ठहरने के लिए उचित साधन जुटाए गए हैं।

हमारे जोखिम को कम करने के लिए हमारे गाँव में अधिकारी और पुलिस पल पल की जानकारी ले रहे है।जलकोटा के ही जीवन वर्मा ने कहा कि ऐसी आपदा में प्रशासन के सहयोग से गांव खाली हो गया है। ग्राम पंचायत द्वारा भोजन पानी और रहने की व्यवस्था की गई है। हम बस पानी के इंतजार में है। पानी निकल जाए और फिर से अपने गांव में आ जाये। प्रशासन द्वारा अच्छी व्यवस्थाएं की गई है।
प्राथमिक स्वास्थ्य के लिए ऐतिहातन स्वास्थ्य अमला भी प्रभावित क्षेत्रों में टीके और सामान्य सर्दी खांसी और बुखार का स्वास्थ्य किट लेकर मौजूद है। जलकोटा में राजपूत समाज के सामुदायिक भवन में 400 व्यक्तियों का भोजन बन रहा है।