त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर अवैध मदिरा के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम के आदेश पर आबकारी विभाग लगातार कार्यवाही करने में जुटा हुआ है। वृत-खरगोन अ,ब,स तथा भीकनगांव के आबकारी दल द्वारा सहायक जिला आबकारी अधिकारी श्री टीआर गंधारे के मार्गदर्शन में बुधवार को वृत खरगोन स क्षेत्र के ग्राम देवझिरी, मोहनपुरा एवं सामरपाट में अबैध मदिरा विक्रेताओं के विरुद्ध दबिश देकर कार्यवाही की गई।

वृत प्रभारी श्री ओमप्रकाश मालवीय ,आबकारी उपनिरीक्षक द्वारा मप्र आबकारी अधिनियम की धारा 34 (1) क,च के तहत 06 प्रकरण दर्ज कर 02 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। कार्यवाही में आबकारी विभाग द्वारा अलग-अलग स्थानों से 150 लीटर हाथभट्टी मदिरा जप्त की गई। वहीं लगभग 5000 किलोग्राम महुआ लहान जप्त कर मौके पर विधिवत नष्ट किया गया। जप्त मदिरा एवं महुआ लहान का बाजार मूल्य लगभग 300,000 रुपये है। कार्यवाही में सहायक जिला आबकारी अधिकारी श्री जयसिंह ठाकुर, आबकारी उपनिरीक्षक दिनेशसिंह चौहान, आबकारी उपनिरीक्षक सचिन भास्करे तथा वृत अ,ब,स, भीकनगांव के मुख्य आरक्षक, आबकारी आरक्षक का सराहनीय योगदान रहा।
विश्व पर्यावरण सप्ताह अंतर्गत रंगोली प्रतियोगिता सम्पन्न

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र किल्लौद में बुधवार को विश्व पर्यावरण सप्ताह अंतर्गत रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा एवं स्टॉफ नर्स ने भाग लिया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शरद हरणे ने पर्यावरण पर बनाई गई रंगोली का अवलोकन किया। रंगोली प्रतियोगिता हेतु सीएचओ, ए.एन.एम., आशा सुपरवाईजर, एन.आर.सी. 4 ग्रुप बनाये गये, जिसमें एन.आर.सी. ग्रुप प्रथम स्थान रहा और ए.एन.एम. व आशा सुपरवाईजर ग्रुप द्वितीय स्थान पर आने पर उन्हें शील्ड देकर डॉ. शरद हरणे ने सम्मानित किया।
इस दौरान बीएमओ डॉ. धर्मेन्द्र शर्मा, डॉ. योगेश शर्मा, रेंजर चौहान,बीईई एस.एन. पालीवाल व स्टॉफ मौजूद था। डॉ. हरणे ने अस्पताल परिसर में बनाये गये गार्डन में पौधा रोपण कर उपस्थित स्टॉफ को अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए कहा गया, जिससे पर्यावतरण संरक्षण हो सकें। उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण कर बीएमओ को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता व आशाओं के पास पर्याप्त मात्रा में दवाईयां की उपलब्धता हो साथ ही अन्य विभाग से समन्वय बनाये रखें।
नर्मदा स्वच्छता अभियान की विशेषज्ञ ने देखी तकनीक

जिले में नर्मदा नदी में मिलने वाले जल को शुद्ध कर छोड़ने की प्रक्रिया पिछले 8 माह से प्रचलन में हैं। बुधवार को इस तकनीक का निरीक्षण वॉटर एड के तकनीकी विशेषज्ञ श्री लेनिन ने किया। श्री लेनिन गांवों में गंदे पानी को नदी या नाले में जाने से पहले उसे शुद्ध करने की अन्य तकनीक जानकारी भी दी।

ज्ञात हो कि गंदे पानी/ग्रे वॉटर को शुद्ध करने के लिए जिले में वॉटर स्थिरीकरण टैंक बनाये गए हैं। जिला पंचायत सीईओ श्री दिव्यांक सिंह सभी गांवों को ओपन डेफिकेशन फ्री करने के लिए लगातार ऐसे कार्याें पर समीक्षा कर रहे हैं। वे इस दिशा में युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं। कई गांवों में गंदे पानी को शुद्ध कर नर्मदा नदी व अन्य नदियों में छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यही नर्मदा स्वच्छता अभियान भी है। गुरुवार को ग्रामीण विकास विभाग के सभी सहायक यंत्रियों और उपयंत्रियों का प्रशिक्षण इसी कार्य के लिए दिया जाएगा।