खरगोन। श्रावण मास में बड़ी संख्या में कावड़ यात्री बलवाड़ा नावघटखेड़ी एवं मोरटक्का मार्ग की और से ओंकारेश्वर एवं ओंकारेश्वर से इंदौर की और आते जाते है। कावड़ यात्रियों की सुरक्षा हेतु। अपर कलेक्टर जेएस बघेल ने आदेश जारी करते हुए। इस मार्ग पर भारी मालयान वाहनों पर प्रात 8 बजे से रात्रि 9 बजे तक प्रतिबंध लगया है। उक्त समय मे वाहनों का भीकनगांव से खरगोन कसरावद होकर खलबुज़ुर्ग-खलघाट से बॉम्बे-आगरा मार्ग होकर आवागमन करेंगे। आदेश केवल श्रावणमास तक लागू रहेगा।
श्रावण मास में कावड़ यात्रा,कृषि मंत्री कमल पटेल पहुंचे महेश्वर और खुद बन गए कांवडिया

बोल बम बोल बम के जयकारों से गूंज उठा महेश्वर
खरगोन। पावन श्रावण महीने में देश भर में कांवड यात्रा निकल रही है और शिवभक्त कांवड में जल लेकर अपने आराध्य भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करने के लिए निकल पड़े हैं।

ऐसे में खरगोन जिले के महेश्वर से शिवभक्त कांवडियों ने ओंकारेश्वर तक कांवड यात्रा शुरू की है। शनिवार को महेश्वर के माँ नर्मदा के तट से जल भरकर शुरू हुई विशाल कांवड यात्रा का शुभारम्भ किसान नेता एवं कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने किया। मंत्री श्री पटेल ने विधिवत मां नर्मदा का पूजन-अर्चन कर खुद कांवड बन कांवड यात्रा को शुरू किया। इस अवसर पर यात्रा के संयोजक पूर्व विधायक राजकुमार मेव के साथ साधु-सन्त और सैकड़ों शिवभक्त मौजूद थे।
कालाबाजारी की आशंका 70 बोरी यूरीया किया जब्त, बनाया पंचनामा
भगवानपुरा में तहसील कार्यालय एवं पुलिस थाना भगवानपुरा के समीप तहसीलदार एवं रक्षित निरीक्षक द्वारा प्रतिदिन चौंकिंग के दौरान शनिवार को भी भग्यापुर से आ रहे पिकअप में अवैध परिवहन करते 70 बोरी यूरिया खाद चाचरिया से सेंधवा ले जा रहा था। जिसे पकड़कर ईसी एक्ट कालाबाजारी अधिनियम के तहत कार्यवाही कर पंचनामा बनाया गया।

एसडीएम मिलिंद ढोके ने बताया कि दो दिनों से इसका पीछा किया जा रहा था। ऐसी आशंका है कि खाद की कालाबाजारी की जा रही थी। वहीं पिकअप के ड्रायवर शरीफ पिता सईद से पुछताछ करने पर बताया कि पिकअप में 70 यूरिया खाद के बोरे भग्यापुर के विनोद मालवीय से लेकर चाचरिया ले जा रहे थे। साथ ही पिकअप के ड्रायवर ने यह भी बताया कि मेरेे पास न ही कोई बिल्टी, बिल है ना ही अधिकृत विक्रेता कोई कागज, लाईसेंस है। वहीं पिकअप के साथ चाचरिया निवासी दो अन्य व्यक्ति मुन्ना पिता कम्पा व लाहरिया पिता गणपत हिम्माल भी मौजूद थे।
प्रिकॉशन डोज ही बचाएगी कोरोना की इस लहर से
खरगोन। फिलहाल खरगोन जिले में लगातार कोरोना के मरीज बढ़ने की स्थिति में है। हालांकि 22 जुलाई को किसी नए मरीज की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन हमको सतर्क रहने की आवश्यकता है। ऐसे हालात नजर आ रहे हैं क्योंकि जो इस लहर को कमजोर कर सकता है। वो है प्रिकॉशन डोज। क्योंकि अभी इन दिनों कोरोना की यह लहर आस्ट्रेलिया में ज्यादा चिंताजनक स्थिति है। एक जानकारी के अनुसार आस्ट्रेलिया में प्रिकॉशन डोज पर सरकार ज्यादा सख्त हुई है। प्रिकॉशन डोज लगने वाले मरीजों की स्थिति सामान्य है। जबकि जिन्हें प्रिकॉशन डोज नहीं लगी वे ज्यादा परेशानी झेल रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया के हालातों को देखते हुए जिले में भी प्रिकॉशन डोज लगाने के लिए अभियान प्रारम्भ हो गया है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 22 जुलाई को जिले में 191 सत्र आयोजित किये गए थे। इन पर 6736 डोज लगाए गए हैं। इसमें 5626 पात्रों को प्रिकॉशन डोज लगाई गई है। शनिवार को दोपहर 3 बजे तक 6964 प्रिकॉशन डोज लगाए गए। टीकाकरण अधिकारी डॉ. संजय भट्ट ने बताया कि जिले भर में बड़ी संख्या में अभियान के तौर पर प्रिकॉशन डोज लगाने के लिए सत्र आयोजित किये जा रहे हैं। जिसे भी दूसरा डोज लगाए 6 माह हो गए है वे अनिवार्य रूप से प्रिकॉशन डोज लगवाए। खरगोन शहर में पुराना सीएमएचओ कार्यालय में सत्र आयोजित है।

विकासखण्डों में लगाएं प्रिकॉशन के 6964 डोज
टीकाकारण अधिकारी डॉ. संजय भट्ट ने बताया कि शनिवार दोपहर 3 बजे तक जिले के विकासखण्डों में सत्र आयोजित कर कोविड-19 का प्रथम, द्वितीय एवं प्रिकॉशन डोज लगाए गए है। इनमें सबसे अधिक डोज भगवानुपरा विकासखण्ड में 2280, बड़वाह में 1665, महेश्वर में 1474, झिरन्या में 1317, सेगांव में 1241, भीकनगांव में 1096, ऊन में 1063, खरगोन में 556, गोगांवा में 195 तथा कसरावद ब्लॉक में 137 डोज लगाए गए है। इस तरह जिले के 10 विकासखण्डों में प्रथम डोज 3625, द्वितीय 435 तथा प्रिकॉशन के 6964 डोज सहित कुल 11024 डोज लगाएं गए हैं।
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