सेंधवा। सनातन परंपरा में अलग-अलग प्रकार के शिवलिंग की पूजा के अलग-अलग फल बताए गए हैं,लेकिन सभी प्रकार के शिवलिंग में पार्थिव शिवलिंग की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व है।जिसको ध्यान में रखते शहर के सरस्वती कॉलोनी स्थित प्राचीन सिद्धेश्वर मंदिर में रोज पार्थिव शिवलिंग बना कर उनका अभिषेक किया जा रहा है।

जिसमें सेकडो श्रद्धालु प्रति दिन मंदिर पहुंच कर पार्थिव शिवलिंग बना कर पुण्य प्राप्त करते जा रहे हैबनाए गए शिवलिंग कुंड बनाकर विसर्जित किए जाते हैं श्रावण का महीना पवित्र माना जाता है जिसमे प्रतिदिन बहुत श्रद्धालु दर्शन हेतु आते है एवम अपनी श्रद्धा अनुसार पार्थिव शिवलिंग बनाते हैं जानकारी के लिए आपको बता दे यह सिलसिला 1 माह तक चलेगा सोमवार को पूजा अर्चना की जाती है एवम भोलेनाथ का श्रृंगार किया जाता है उसके पश्चात महा आरती एवम प्रसादी वितरण किया जाता है पंडित चेतन शर्मा ने बताया की शिवपुराण के अनुसार सावन के महीने में पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में समस्त कष्ट दूर होकर सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं।
पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने वाले शिवसाधक के जीवन से अकाल मृत्यु का भय दूर हो जाता है।पार्थिव शिवलिंग निर्माण के साथ ही सिद्धेश्वर मंदिर में वृक्षारोपण भी किया गया प्रकृति बचाओ एवं पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए कई पौधे रोपित किए गए।इस दौरान अंजली सोनवने, रितु शर्मा ,सुलोचना कर्मा आदि मौजूद थे